भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 429 एक ऐसी धारा है, जो जीव-जन्तु की सुरक्षा से सम्बन्धित है। इसमें किसी जीव-जन्तु की हत्या करना या उसे विकलांग बनाना पर सख्त कार्रवाई की प्रावधान करता है। इसमें उन अपराधियों को सजा होती है जिन्होंने जानवरों के साथ दुर्व्यवहार किया है। यह अपराध भी बहुत गंभीर है और समाज में इस पर कड़ी सजा होना चाहिए। जीव-जन्तुओं के साथ इस प्रकार के अत्याचार को रोकना बहुत आवश्यक है। यहाँ हम इस धारा की विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे।
भारतीय दंड संहिता (IPC) 1860 की धारा 429 के अंतर्गत, यदि कोई भी व्यक्ति किसी गाय या बैल, भैंस, सांड़, हाथी, ऊंट, घोड़े, खच्चर को चाहे उसकी कीमत पचास रुपए या फिर उससे अधिक मूल्य के किसी भी अन्य जीव-जन्तु की हत्या करने, उसे विष देने, विकलांग करने या निरुपयोगी बनाने का प्रयत्न करता है, तो ऐसा अपराध करने वाले व्यक्ति को भी भारतीय कानून के अंतर्गत दोषी माना जाता है।
भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 429 के अंतर्गत, यदि कोई व्यक्ति किसी जीव-जन्तु की हत्या करता है या फिर उसके साथ शरारत करके उसे विकलांग बनाता है या फिर ऐसा करने का प्रयास करता है, तो ऐसे अपराधों के लिए भी भारतीय कानून प्रणाली में एक निश्चित सजा का प्रावधान है। IPC में इस तरह के अपराधों के लिए किसी एक अवधि के लिए कठिन कारावास की सजा जिसे पांच वर्षों तक बढ़ाया जा सकता है या आर्थिक दंड के रूप में जुर्माना या फिर दोनों ही सजाओं का प्रावधान है।
अपराध |
किसी जीव-जन्तु की हत्या करना या उसे विकलांग बनाना, जिसका मूल्य पचास रुपए या उससे अधिक हो |
दंड |
5 साल का कारावास या आर्थिक दंड के रूप में जुर्माना अथवा दोनों |
अपराध श्रेणी |
संज्ञेय अपराध (समझौता करने योग्य) |
जमानत |
जमानतीय |
विचारणीय |
प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय |
भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 429 के अंतर्गत किया गया अपराध एक संज्ञेय अपराध है, यानि जिस भी व्यक्ति को इसके बारे में पता हो, वह व्यक्ति पुलिस को इसके बारे में सूचना दे सकता है। इस प्रकार के मामलों में पुलिस अदालत की अनुमति के बिना भी जाँच शुरू कर सकती है और बिना वारंट के अपराधी को गिरफ्तार भी कर सकती है। धारा 429 के अंतर्गत दर्ज किए गए मामलों में प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय होते है। इस प्रकार के अपराधों में जानवर के मालिक की सहमति से समझौता किया जा सकता है।
भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 429 के अंतर्गत किए गए सभी अपराध जमानतीय (Bailable) अपराध की श्रेणी में शामिल किए जाते हैं, यानि अगर कोई व्यक्ति धारा 429 के किसी मामले में गिरफ्तार किया जाता है, तो वह तुरंत जमानत पर बाहर आ सकता है।
कानूनी अंतर्दृष्टि: आईपीसी 435 पर नेविगेट करेंOffence | Punishment | Cognizance | Bail | Triable By |
---|---|---|---|---|
Offence | |
---|---|
Punishment | |
Cognizance | |
Bail | |
Triable By | |