509 IPC in Hindi | धारा 509 क्या है?

509 IPC in Hindi

509 IPC in Hindi

भारतीय दंड संहिता (IPC), 1860 की धारा 509 ऐसे कृत्यों के खिलाफ है जो स्त्री की अवमानना करके उसके सम्मान को क्षति पहुंचाते हैं।  भारतीय समाज में, नारी की सम्मान और लज्जा का सर्वोपरि महत्व है। धारा 509 आईपीसी का एक ऐसा कानून है जो स्त्री की लज्जा का आदर करने के लिए बनाया गया है और उसका अपमान करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाता है।

147 आईपीसी का मुख्य उद्देश्य स्त्री सुरक्षा और सम्मान की रक्षा करना है। यह नहीं सिर्फ एक व्यक्ति के खिलाफ कड़ी सजा प्रदान करती है, बल्कि सामाजिक सोच में भी परिवर्तन लाने का प्रयास करती है। ताकि समाज में स्त्री सुरक्षित महसूस कर सके।

धारा 509 क्या है?

भारतीय दंड संहिता की धारा 509 के अनुसार, किसी व्यक्ति द्वारा किसी स्त्री की लज्जा का अनादर करने के उद्देश्य से कोई शब्द कहना, किसी प्रकार की ध्वनि या अंग विक्षेप करना, या कोई भी वस्तु इस आशय से प्रदर्शित करना कि उस उसे सुनकर या देखकर स्त्री दकी लज्जा भंग हो, अथवा उस स्त्री की एकान्तता का अतिक्रमण करेगा, तो ऐसा कार्य करने वाला व्यक्ति भारतीय कानून के अनुसार अपराधी माना जाएगा।

धारा 509 के अंतर्गत सजा का प्रावधान

भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 509 के अंतर्गत, किसी स्त्री की लज्जा का अनादर करने के आशय से कोई शब्द कहना या अंगविक्षेप करने जैसे अपराधों के लिए 3 साल के कारावास के साथ आर्थिक दण्ड के रूप में जुर्माने का प्रावधान है।

अपराध

किसी स्त्री की लज्जा का अनादर करने के उद्देश्य से कोई शब्द कहना या अंगविक्षेप करना

दण्ड

3 साल के कारावास के साथ आर्थिक दण्ड के रूप में जुर्माना

अपराध श्रेणी

संज्ञेय

जमानत

जमानतीय

विचारणीय

किसी भी श्रेणी के मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय

धारा 509 की अपराध श्रेणी

भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 509 के अंतर्गत किए गए अपराध संज्ञेय अपराध की श्रेणी में शामिल किए जाते है, यानि जिस भी व्यक्ति को इसके बारे में पता हो, वह व्यक्ति पुलिस को इसके बारे में सूचना दे सकता है। इस प्रकार के मामलों में पुलिस अदालत की अनुमति के बिना भी जाँच शुरू कर सकती है और बिना वारंट के अपराधी को गिरफ्तार भी कर सकती है। धारा 509 के अंतर्गत दर्ज किए गए मामलों का ट्रायल किसी भी श्रेणी के मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जा सकता है। इस तरह के मामलों में समझौता करना सम्भव नहीं होता है।

धारा 509 के अंतर्गत जमानत का प्रावधान

भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 509 के अंतर्गत किए गए सभी अपराध जमानतीय (Bailable) अपराध की श्रेणी में शामिल किए जाते हैं, यानि अगर कोई व्यक्ति धारा 509 के किसी मामले में गिरफ्तार किया जाता है, तो वह तुरंत जमानत पर बाहर आ सकता है।

Offence Punishment Cognizance Bail Triable By
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