423 IPC in Hindi | धारा 423 क्या है?

423 IPC in Hindi

423 IPC in Hindi

भारतीय दंड संहिता (IPC), 1860 की धारा 423 एक महत्वपूर्ण धारा है, जो अन्तरण के ऐसे विलेख को विशेष रूप से ध्यान में रखती है जिसमें किसी उद्देश्य को प्राप्त करने हेतु मिथ्या कथन शामिल हो। यह धारा अन्याय और बेईमानी के खिलाफ सख्त कदम है और समाज में विश्वासघात को खत्म करती है। ऐसे कपटपूर्वक मामलों में शामिल होने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है।

धारा 423 क्या है?

भारतीय दंड संहिता की धारा 423 के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति किसी विलेख या लिखत पर बेईमानी या कपटपूर्वक हस्ताक्षर करेगा, उसे निष्पादित करेगा, या फिर उसका पक्षकार बनेगा, जिससे किसी सम्पत्ति का, या उसमें के किसी हित का, अंतरित किया जाना हो, या किसी भार के अधीन किया जाना तात्पर्यित है, जिसमें ऐसे अंतरण या भार के प्रतिफल से संबंधित, या उस व्यक्ति या उन व्यक्तियों से संबंधित, जिसके या जिनके उपयोग या फायदे के लिए उसका वास्तव में प्रवर्तित होना आशय है, तो ऐसा कार्य करने वाला व्यक्ति भी भारतीय कानून के अंतर्गत अपराधी माना जाएगा।

धारा 423 के अंतर्गत सजा का प्रावधान

भारतीय दंड संहिता की धारा 423 के अंतर्गत अन्तरण के ऐसे विलेख का बेईमानी से या कपटपूर्वक निष्पादन, जिसमें प्रतिफल के संबंध में मिथ्या कथन अन्तर्विष्ट हो जैसे अपराधों के लिए 2 साल कारावास या आर्थिक दण्ड के रूप में जुर्माना अथवा दोनों प्रकार की सजाओं का प्रावधान किया गया है।

अपराध

अन्तरण के ऐसे विलेख का बेईमानी से या कपटपूर्वक निष्पादन, जिसमें प्रतिफल के संबंध में मिथ्या कथन अन्तर्विष्ट हो।

दण्ड

2 साल या आर्थिक दण्ड के रूप में जुर्माना अथवा दोनों

अपराध श्रेणी

गैर-संज्ञेय

जमानत

जमानतीय

विचारणीय

किसी भी श्रेणी के न्यायधीश के समक्ष

धारा 423 की अपराध श्रेणी

भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 423 के अंतर्गत किया गया अपराध एक गैर-संज्ञेय/असंज्ञेय अपराध की श्रेणी में शामिल किए जाते हैं। इस प्रकार के मामलों में पुलिस अदालत की अनुमति के भी जाँच शुरू नहीं कर सकती है यही नहीं ऐसे मामलों में किसी अपराधी को गिरफ्तार करने के लिए भी वारंट की आवश्यकता होती है। धारा 423 के अंतर्गत दर्ज किए गए मामलों का ट्रायल किसी भी श्रेणी के न्यायधीश के समक्ष पेश किया जा सकता है।

धारा 423 के अंतर्गत जमानत का प्रावधान

भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 423 के अंतर्गत किए गए सभी अपराध जमानतीय (Bailable) अपराध की श्रेणी में शामिल किए जाते हैं, यानि अगर कोई व्यक्ति धारा 423 के किसी मामले में गिरफ्तार किया जाता है, तो वह तुरंत जमानत पर बाहर आ सकता है।

Offence Punishment Cognizance Bail Triable By
Offence
Punishment
Cognizance
Bail
Triable By

सेवा बुक करें