409 IPC in Hindi | धारा 409 क्या है?

409 IPC in Hindi

409 IPC in Hindi

भारतीय दंड संहिता (IPC), 1860 की धारा 409 भ्रष्टाचार और विश्वासघात के मामले में एक महत्वपूर्ण धारा है। भारतीय कानूनी प्रणाली की यह धारा लोक सेवक, बैंकर, व्यापारी, एजेंट आदि द्वारा किये जाने वाले विश्वासघात के मामलों में संज्ञान लेती है। कई बार देखने को मिलता है कि वह लोग जिनका कार्य लोगों के धन, सम्पत्ति की सुरक्षा करना होता है, वह अपनी जिम्मेदारी से बहुत विचलित होकर या लालच में लोगों से विश्वासघात कर बैठते है। ऐसे मामलों में भी धारा 409 लागू हो सकती है और दोषी पाए जाने पर सजा हो सकती है।

धारा 409 क्या है?

भारतीय दंड संहिता की धारा 409 के अंतर्गत, यदि कोई लोक सेवक, बैंक कर्मचारी, व्यापारी, फैक्टर, दलाल या अटर्नी अथवा अभिकर्ता के पद पर कार्य करते हुए किसी प्रकार की संपत्ति के मामले में अथवा कोई संपत्ति पर प्रभुत्व होते हुए उस संपत्ति के विषय में विश्वास का आपराधिक हनन करता है, तो ऐसा कार्य करने वाला व्यक्ति भारतीय कानून के अनुसार अपराधी माना जाएगा।

धारा 409 के अंतर्गत सजा का प्रावधान

भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 409 के अंतर्गत लोक सेवक या बैंकर, व्यापारी या एजेंट आदि द्वारा विश्वास का आपराधिक उल्लंघन करने, जैसे अपराधों के लिए आजीवन कारावास या 10 साल के  कारावास या आर्थिक दण्ड के रूप में जुर्माने अथवा दोनों प्रकार की सजा का प्रावधान है।

अपराध

लोक सेवक या बैंकर, व्यापारी या एजेंट आदि द्वारा विश्वास का आपराधिक उल्लंघन करना

दण्ड

आजीवन कारावास या 10 साल के कारावास या आर्थिक दण्ड के रूप में जुर्माना

अपराध श्रेणी

संज्ञेय (समझौता करने योग्य नहीं)

जमानत

गैर-जमानतीय

विचारणीय

प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट के द्वारा विचारणीय

धारा 409 की अपराध श्रेणी

भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 409 के अंतर्गत किए गए अपराध संज्ञेय अपराध की श्रेणी में शामिल किए जाते है, यानि जिस भी व्यक्ति को इसके बारे में पता हो, वह व्यक्ति पुलिस को इसके बारे में सूचना दे सकता है। इस प्रकार के मामलों में पुलिस अदालत की अनुमति के बिना भी जाँच शुरू कर सकती है और बिना वारंट के अपराधी को गिरफ्तार भी कर सकती है। धारा 409 के अंतर्गत दर्ज किए गए मामलों का ट्रायल प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जा सकता है। इस तरह के मामलों में समझौता करना सम्भव नहीं होता है।

धारा 409 के अंतर्गत जमानत का प्रावधान

भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 409 के अंतर्गत किए गए सभी अपराध गैर-जमानतीय (Non-Bailable) अपराध की श्रेणी में शामिल किए जाते हैं, यानि अगर कोई व्यक्ति धारा 409 के किसी मामले में गिरफ्तार किया जाता है, तो वह तुरंत जमानत पर बाहर नहीं आ पाएगा।

Offence Punishment Cognizance Bail Triable By
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