धारा 125 IPC in Hindi

धारा 125 IPC in Hindi

धारा 125 IPC in Hindi

भारतीय कानूनी प्रणाली (IPC), 1860 की धारा 125 एक महत्वपूर्ण धारा है जो भारत सरकार के द्वारा अन्य देशों से संबंधों को बनाए रखने के लिए अपनाई जाती है। इसमें यह भी कहा गया है कि भारत सरकार से मैत्री संबंध रखने वाली किसी एशियाई शक्ति के खिलाफ युद्ध करना दंडनीय है। इस धारा के माध्यम से भारत ने विश्व को यह संकेत दिया है कि वह शांति और गठबंधन के संबंधों को बढ़ावा देता है और विरोधी राष्ट्रों के साथ युद्ध नहीं करना चाहता है। इस धारा का मुख्य उद्देश्य से भारत द्वारा दुनिया के साथ संबंधों को मजबूत बनाए रखना है और इससे विभिन्न राष्ट्रों के साथ मैत्री सम्बन्ध बने रहते हैं।

धारा 125 क्या है?

जो कोई व्यक्ति भारत सरकार से मैत्री का या शांति का संबंध रखने वाली अथवा गठजोड़ करने वाली किसी एशियाई शक्ति की सरकार के विरुद्ध युद्ध करेगा या ऐसा युद्ध करने का प्रयत्न भी करेगा अथवा युद्ध करने के लिए दुष्प्रेरण करेगा, तो भी ऐसे व्यक्ति को भारतीय कानून में अपराधी माना जाएगा।

धारा 125 के अंतर्गत सजा का प्रावधान

भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 125 के अंतर्गत, भारत सरकार से मैत्री संबंध रखने वाली किसी एशियाई शक्ति के विरुद्ध युद्ध करने के अपराधों के लिए भारतीय कानून प्रणाली में एक निश्चित सजा का प्रावधान है। IPC में इस तरह के अपराधों के लिए आजीवन कारावास के साथ आर्थिक दंड के रूप में जुर्माना या 7 साल के साथ आर्थिक दंड के रूप में जुर्माना या जुर्माने की सजाओं का प्रावधान है।

अपराध

भारत सरकार से मैत्री संबंध रखने वाली किसी एशियाई शक्ति के विरुद्ध युद्ध करना

दंड

आजीवन कारावास के साथ आर्थिक दंड के रूप में जुर्माना या 7 साल के साथ आर्थिक दंड के रूप में जुर्माना या जुर्माना

अपराध श्रेणी

संज्ञेय अपराध (समझौता करने योग्य नहीं)

जमानत

गैर-जमानतीय

विचारणीय

सत्र न्यायालय के द्वारा विचारणीय

धारा 125 की अपराध श्रेणी

भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 125 के अंतर्गत किया गया अपराध एक संज्ञेय अपराध है, यानि जिस भी व्यक्ति को इसके बारे में पता हो, वह व्यक्ति पुलिस को इसके बारे में सूचना दे सकता है। इस प्रकार के मामलों में पुलिस अदालत की अनुमति के बिना भी जाँच शुरू कर सकती है और बिना वारंट के अपराधी को गिरफ्तार भी कर सकती है। धारा 125 के अंतर्गत दर्ज किए गए मामलों का ट्रायल सत्र न्यायालय के समक्ष पेश किया जा सकता है। इस तरह के मामलों में समझौता करना सम्भव नहीं है।

धारा 125 के अंतर्गत जमानत का प्रावधान

भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 125 के अंतर्गत किए गए सभी अपराध गैर-जमानतीय है

(Non-Bailable) अपराध की श्रेणी में शामिल किए जाते हैं, यानि अगर कोई व्यक्ति धारा 125 के किसी मामले में गिरफ्तार किया जाता है, तो वह तुरंत जमानत पर बाहर नहीं आ पाएगा।

Offence Punishment Cognizance Bail Triable By
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